जो दहलीज छोड़ी थी गाँव की मैंने, शहर की चौखट पर आकर ठहर गया। ये मेरा मन नादान रुका है वहीं अब तक, में ख्वाहिशें लेकर न जाने कहाँ निकल गया। ©Ram Solanki #MereKhayaal Quotes, Shayari, Story, Poem, Jokes, Memes On Nojoto