अब अनजान राहों से भी, गुजरने लगा हूं मैं। रफीक कम हो रहे, शायद सुधरने लगा हूं मैं। बहुत रह चुका, फलक की ऊंचाई पर। आहिस्ता से जमीं पर, उतरने लगा हूं मैं। ©Shreshth. बहà¥à¤¤ ही दरà¥à¤¦à¤¨à¤¾à¤• होते है वोह आà¤à¤¸à¥‚ जो आà¤à¤–ों से बह नह. बहà¥à¤¤ ही दरà¥à¤¦à¤¨à¤¾à¤• होते है वोह आà¤à¤¸à¥‚ जो आà¤à¤–ों से बह नही आते.... 🦋🦋🦋 -vishu.... आà¤à¤¸à¥‚ Quotes, Shayari, Story, Poem, Jokes, Memes On Nojoto