हम एक ही बस किरदार हमारा अलग अलग है
जिसने हमें समझा वो हमें ऐ हुजूर बुलाता है
जिसने हमें जाना वो हमें जिगरी यार बुलाता है
जिसने महसूस किया वो हमें महबूब बुलाता है
जिसने हमें मजबूर किया वो हमें मगरूर बुलाता है
जिसने हमें दूर किया वो हमें बेवफा यार बुलाता है।
©'लेख' ₹@J
Hinduism