हम जो अब गलत
तो रहने दो
कुछ न दरमियाँ
तो रहने दो
शब्द मौन है
तो रहने दो
तुम अब तुम
हम अब हम
तो रहने दो
फूल सुख गए!
सुगंध नही?
तो रहने दो
किरदार अब
घर गए
ख़ामोशी है
तो रहने दो
रहने दो कि..
परदा गिरता है
कहनी अब खत्म हूई ||
©ranjit winner
कहानी खत्म हूई