घोड़े को ना लें हल्के में ऊसने भी लड़ी लड़ाई है
उसपे चढ़कर मात्र भूमि पर
कितनो ने सर कटवाई है
कोड़े क्या चीज है यारों तलवारें भी खाइ है
लाल जोड़े की बात कहां थी
कफन की तरस भी खाइ है
मौज करो सब हिन्दुस्तानी
अच्छा गुणगान बनाई है।
©Surendra Kumar Kahar
#याद करो उन बलिदानों को