"आँखों की जुबां भी पढ़ लेनी चाहिए, जो ना आ पाए जुबां पर वह बातें भी सुन लेनी चाहिए,
कुछ जज्बात केवल इशारों से ही समझाऐ जा सकते हैं,
उन इशारों को भी समझ लेना चाहिए..."
आँखों की जुबां भी पढ़ लेनी चाहिए, जो ना आ पाए जुबां पर वह बातें भी सुन लेनी चाहिए,
कुछ जज्बात केवल इशारों से ही समझाऐ जा सकते हैं,
उन इशारों को भी समझ लेना चाहिए...