रुक गए कभी चल दिए कभी चलते चलते भटक गए यूं ही उमर सारी गुज़ार दी यूं ही जिंदगी के सितम सहे कभी अर्श पर कभी फर्श पर कभी उनके दर कभी दर बदर गमें आशिकी तेरा शुक्रिया हम कहां कहां से गुज़र गए। ©suhana khan 786 #Zindagi #MaharanPratapJayanti Quotes, Shayari, Story, Poem, Jokes, Memes On Nojoto