माँ भगवती..(वन्दना) माँ भगवती, माँ भगवती,  माँ भ | हिंदी Poetry

"माँ भगवती..(वन्दना) माँ भगवती, माँ भगवती,  माँ भगवती, माँ भगवती। करते हैं हम तेरी आरती, करते हैं हम तेरी आरती।। कर दाे कृपा हम सब पे ही, घर आओ हमारे इस नवरात्री। कष्टाें का हमारे तुम विनाश कर, कर दाे कृपा हम सब पे ही।। बाझिन की सूनी गाेद भर दाे, ममता की आँचल हक में दे दाे। हर घर की सूनी आँगनाें में माता, किलकारी गूंजे ऐसी शाेर कर दाे।। माँ भगवती, माँ भगवती,  माँ भगवती, माँ भगवती। करते हैं हम तेरी आरती, करते हैं हम तेरी आरती।। विपदा में ये जग जल रहा है, तेरे भक्ताें घर ऊजड़ रहा है। वेदना सहने की साहस और , तेरे भक्ताें में अब नहीं बचा हैं।। कर दाे कुछ ऐसा चमत्कार भी, जीवन की जय मृत्यु की हाे हार भी। सब कुछ हाे पहले जैसा ही, माँ भगवती , माँ भगवती । माँ भगवती, माँ भगवती,  माँ भगवती, माँ भगवती। करते हैं हम तेरी आरती, करते हैं हम तेरी आरती।। ....राैशन ©Hindi kavita BY Raushan kashyap"

 माँ भगवती..(वन्दना)

माँ भगवती, माँ भगवती, 

माँ भगवती, माँ भगवती।

करते हैं हम तेरी आरती,

करते हैं हम तेरी आरती।।


कर दाे कृपा हम सब पे ही,

घर आओ हमारे इस नवरात्री।

कष्टाें का हमारे तुम विनाश कर,

कर दाे कृपा हम सब पे ही।।


बाझिन की सूनी गाेद भर दाे,

ममता की आँचल हक में दे दाे।

हर घर की सूनी आँगनाें में माता,

किलकारी गूंजे ऐसी शाेर कर दाे।।



माँ भगवती, माँ भगवती, 

माँ भगवती, माँ भगवती।

करते हैं हम तेरी आरती,

करते हैं हम तेरी आरती।।


विपदा में ये जग जल रहा है,

तेरे भक्ताें घर ऊजड़ रहा है।

वेदना सहने की साहस और ,

तेरे भक्ताें में अब नहीं बचा हैं।।


कर दाे कुछ ऐसा चमत्कार भी,

जीवन की जय मृत्यु की हाे हार भी।

सब कुछ हाे पहले जैसा ही,

माँ भगवती , माँ भगवती ।


माँ भगवती, माँ भगवती, 

माँ भगवती, माँ भगवती।

करते हैं हम तेरी आरती,

करते हैं हम तेरी आरती।।

....राैशन

©Hindi kavita BY Raushan kashyap

माँ भगवती..(वन्दना) माँ भगवती, माँ भगवती,  माँ भगवती, माँ भगवती। करते हैं हम तेरी आरती, करते हैं हम तेरी आरती।। कर दाे कृपा हम सब पे ही, घर आओ हमारे इस नवरात्री। कष्टाें का हमारे तुम विनाश कर, कर दाे कृपा हम सब पे ही।। बाझिन की सूनी गाेद भर दाे, ममता की आँचल हक में दे दाे। हर घर की सूनी आँगनाें में माता, किलकारी गूंजे ऐसी शाेर कर दाे।। माँ भगवती, माँ भगवती,  माँ भगवती, माँ भगवती। करते हैं हम तेरी आरती, करते हैं हम तेरी आरती।। विपदा में ये जग जल रहा है, तेरे भक्ताें घर ऊजड़ रहा है। वेदना सहने की साहस और , तेरे भक्ताें में अब नहीं बचा हैं।। कर दाे कुछ ऐसा चमत्कार भी, जीवन की जय मृत्यु की हाे हार भी। सब कुछ हाे पहले जैसा ही, माँ भगवती , माँ भगवती । माँ भगवती, माँ भगवती,  माँ भगवती, माँ भगवती। करते हैं हम तेरी आरती, करते हैं हम तेरी आरती।। ....राैशन ©Hindi kavita BY Raushan kashyap

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