White तेरे वादे पर इंतज़ार मुश्किल है।
बावज़ूद ए जज़्बा हज़ार मुश्किल है।
तेरी खामियां हैवानियाँ सब तो अपनाई,
तेरे धोखे से अब प्यार मुश्किल है।
तेरी चौखट पर बैठे रहने वालों को,
अब के मेरी ज़ाँ दो चार मुश्किल है।
जब दवा दर्द और सकूँ मर्ज़ हो जाए,
इलाज़ ए मर्ज़ ए बीमार मुश्किल है।
तल्ख हक़ीकतों में एक ख़ाब का जी जाना,
यक़ीनन हर सूरत हर बार मुश्किल है।
आए दिन बनते बिगड़ते रिश्तों में निशा,
सब मुमकिन है बस एक यार मुश्किल है।
©Ritu Nisha
#good_night