Ritu Nisha

Ritu Nisha Lives in Shimla, Himachal Pradesh, India

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उसकी आँखों मे उमड़ते राज़ पसंद है। हमको सनम दगाबाज़ पसंद है। जाने कब दिल उक़्ता जाए उसकी बेदिली से, ये तो पक्का है के वो आज पसंद है। एक तो उससे नउम्मीद सी गुहार पसंद है, और उस पर उसका एतराज पसंद है। ख़ुसरो बुल्लेशाह मीर ग़ालिब फ़राज़ के बाद, एक उसी के हमको अलफ़ाज़ पसंद है। अब जो पड़े है तो पड़े रहने दो दिवानों को, बीमार ए इश्क़ को कहाँ इलाज़ पसंद है। क्या करना है सारे शौक़ मिला कर निशा, ये क्या कम है के उसे सरताज पसंद है। ©Ritu Nisha

#Apocalypse  उसकी आँखों मे उमड़ते राज़ पसंद है। 
हमको सनम दगाबाज़ पसंद है। 

जाने कब दिल उक़्ता जाए उसकी बेदिली से, 
ये तो पक्का है के वो आज पसंद है। 

एक तो उससे नउम्मीद सी गुहार पसंद है, 
और उस पर उसका एतराज पसंद है। 

ख़ुसरो बुल्लेशाह मीर ग़ालिब फ़राज़ के बाद, 
एक उसी के हमको अलफ़ाज़ पसंद है। 

अब जो पड़े है तो पड़े रहने दो दिवानों को, 
बीमार ए इश्क़ को कहाँ इलाज़ पसंद है। 

क्या करना है सारे शौक़ मिला कर निशा, 
ये क्या कम है के उसे सरताज पसंद है।

©Ritu Nisha

#Apocalypse

13 Love

White तेरे वादे पर एतबार किसको है। तु मिल जाए तो तुझसे प्यार किसको है। ये उलझने ये अधूरापन तो ज़िंदगी है, सब मिल जाए तो करार किसको है। इंसाँ फ़िज़ा का भी तो दिवाना हो सकता है, तेरे आने का इंतज़ार किसको है। और भी तो खूबसुरत हक़ीक़तें है जहाँ भर में, फ़क़त तेरा ही ख़ुमार किसको है। ये तन्ज़ ओ शिकायाते सब दिल की तसल्ली को, सामने से उससे टकरार किसको है। अब ऐसा भी क्या है के जिया न जाए निशा, मसाइल है पर हद से पार किसको है। ©Ritu Nisha

#rajdhani_night  White तेरे वादे पर एतबार किसको है। 
तु मिल जाए तो तुझसे प्यार किसको है। 

ये उलझने ये अधूरापन तो ज़िंदगी है, 
सब मिल जाए तो करार किसको है।

इंसाँ फ़िज़ा का भी तो दिवाना हो सकता है, 
तेरे आने का इंतज़ार किसको है। 

और भी तो खूबसुरत हक़ीक़तें है जहाँ भर में, 
फ़क़त तेरा ही ख़ुमार किसको है। 

ये तन्ज़ ओ शिकायाते सब दिल की तसल्ली को, 
सामने से उससे टकरार किसको है। 

अब ऐसा भी क्या है के जिया न जाए निशा, 
मसाइल है पर हद से पार किसको है।

©Ritu Nisha

White You weren't there but my heart was calmed As it knew you will be there Now you say you will be there And iam unable to convince my heart That you will be there I am getting tired of walking on the road alone, My legs pain want to settle down on the green grass I go there but still find myself restless The freshness do not heal I am getting tired of sitting alone My heart is becoming overwhelmed by loneliness Though I have done this before Though I have been enjoying this before Though I was living the same life before Though I am the same prudent person as before But now my heart just don't trust me It has become immensely conscious of your absence It has told my conscience that we parted Poison of this consciousness spreads throughout my body and soul All of my assertions and reasons gets trolled Now I am restless now it's painfull Everyone out there cannot heal I myself cannot heal Time do not pass so time do not heal I am hopelessly hopeful and restlessly wait As they say time heal. ©Ritu Nisha

#moon_day  White  You weren't there but my heart was calmed
As it knew you will be there
Now you say you will be there 
And iam unable to convince my heart 
That you will be there

I am getting tired of walking on the road alone, 
My legs pain want to settle down on the green grass
I go there but still find myself restless
The freshness do not heal
I am getting tired of sitting alone 
My heart is becoming overwhelmed by loneliness

Though I have done this before
Though I have been enjoying this before
Though I was living the same life before
Though I am the same prudent person as before
But now my heart just don't trust me
It has become immensely conscious of your absence
It has told my conscience that we parted
Poison of this consciousness spreads throughout my body and soul
All of my assertions and reasons gets trolled
Now I am restless now it's painfull
Everyone out there cannot heal I myself cannot heal
Time do not pass so time do not heal
I am hopelessly hopeful and restlessly wait
As they say time heal.

©Ritu Nisha

#moon_day

10 Love

White तेरे वादे पर इंतज़ार मुश्किल है। बावज़ूद ए जज़्बा हज़ार मुश्किल है। तेरी खामियां हैवानियाँ सब तो अपनाई, तेरे धोखे से अब प्यार मुश्किल है। तेरी चौखट पर बैठे रहने वालों को, अब के मेरी ज़ाँ दो चार मुश्किल है। जब दवा दर्द और सकूँ मर्ज़ हो जाए, इलाज़ ए मर्ज़ ए बीमार मुश्किल है। तल्ख हक़ीकतों में एक ख़ाब का जी जाना, यक़ीनन हर सूरत हर बार मुश्किल है। आए दिन बनते बिगड़ते रिश्तों में निशा, सब मुमकिन है बस एक यार मुश्किल है। ©Ritu Nisha

#good_night  White तेरे वादे पर इंतज़ार मुश्किल है। 
बावज़ूद ए जज़्बा हज़ार मुश्किल है। 

तेरी खामियां हैवानियाँ सब तो अपनाई, 
तेरे धोखे से अब प्यार मुश्किल है। 

तेरी चौखट पर बैठे रहने वालों को, 
अब के मेरी ज़ाँ दो चार मुश्किल है। 

जब दवा दर्द और सकूँ मर्ज़ हो जाए, 
इलाज़ ए मर्ज़ ए बीमार मुश्किल है। 

तल्ख हक़ीकतों में एक ख़ाब का जी जाना, 
यक़ीनन हर सूरत हर बार मुश्किल है। 

आए दिन बनते बिगड़ते रिश्तों में निशा, 
सब मुमकिन है बस एक यार मुश्किल है।

©Ritu Nisha

#good_night

12 Love

White फ़िके से दिन है सियाह रातें है। अधूरे से किस्से है अनकही बातें है। एक धुंधली सी शक़्ल बार बार बनाते है, बन जाए कुछ तो पहचान नहीं पाते है। अब क्या बताएं हाल ए हयात इन दिनों, अपनों से रूठें है और ग़ैरों में जाते है। जो पूछे कोई तो ख़ामोश बिलकुल, जो न पूछे तो हर बात बताते हैं। न कोई ख़्याल है न ख़ाब कोई, भला ऐसे भी कोई दिन आते है। अव्वल तो ये के ज़िंदगी बदतर है, और उस पे ये के लो जिए जाते है। ज़िंदगी अब ऐसे पड़ाव पर है निशा, गोया पंख फैलाए पंछी उड़ नहीं पाते है। ©Ritu Nisha

#moon_day  White फ़िके से दिन है सियाह रातें है। 
अधूरे से किस्से है अनकही बातें है।

एक धुंधली सी शक़्ल बार बार बनाते है, 
बन जाए कुछ तो पहचान नहीं पाते है। 

अब क्या बताएं हाल ए हयात इन दिनों, 
अपनों से रूठें है और ग़ैरों में जाते है। 

जो पूछे कोई तो ख़ामोश बिलकुल, 
जो न पूछे तो हर बात बताते हैं। 

न कोई ख़्याल है न ख़ाब कोई, 
भला ऐसे भी कोई दिन आते है। 

अव्वल तो ये के ज़िंदगी बदतर है, 
और उस पे ये के लो जिए जाते है। 

ज़िंदगी अब ऐसे पड़ाव पर है निशा, 
गोया पंख फैलाए पंछी उड़ नहीं पाते है।

©Ritu Nisha

#moon_day

13 Love

दिल किसी पर उदार नहीं होता। एक अरसे से मुझे प्यार नहीं होता। तु गया है और तेरे पीछे इश्क़ भी, अब मेरा आप निसार नहीं होता। तेरे बाद आए है और भी बहुत, पर किसी पर एतबार नहीं होता। तेरे लिए दिल उदास न हो कैसे भला, होता तो है पर बेशुमार नहीं होता। तेरे साथ ने भर ली इतनी हामी मुझमें, के अब मुझसे कँही इंकार नहीं होता। बहलाते है हम भी दिल दुनियादारी में, दिल्लगी हो भी जाए तो इकरार नहीं होता। घूमता तो है तीर ए ग़म चार सू निशा, अफ़सोस ज़िगर के आर-पार नहीं होता। ©Ritu Nisha

#Blossom  दिल किसी पर उदार नहीं होता। 
एक अरसे से मुझे प्यार नहीं होता। 

तु गया है और तेरे पीछे इश्क़ भी, 
अब मेरा आप निसार नहीं होता। 

तेरे बाद आए है और भी बहुत, 
पर किसी पर एतबार नहीं होता। 

तेरे लिए दिल उदास न हो कैसे भला, 
होता तो है पर बेशुमार नहीं होता। 

तेरे साथ ने भर ली इतनी हामी मुझमें, 
के अब मुझसे कँही इंकार नहीं होता। 

बहलाते है हम भी दिल दुनियादारी में, 
दिल्लगी हो भी जाए तो इकरार नहीं होता। 

घूमता तो है तीर ए ग़म चार सू निशा, 
अफ़सोस ज़िगर के आर-पार नहीं होता।

©Ritu Nisha

#Blossom

8 Love

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