"अब किसके जलवों पे निगाह फेंके..
किस दास्तान-ए-मोहब्बत पे कान दे।।
ये इश्क़ है इसमें हर दलील बेअसर..
आखिर कहाँ तक दीवाना बयान दे।।
मुँह वाले तो सब मुँह फेर ही लेते हैं..
जो है ज़ुबान वाला वो मुझे ज़ुबान दे।।
उसने पर दिए हैं सौरभ ये काफी है..
अब दुआ जायज नहीं कि वो उड़ान दे।।"
©सौरभ सरल
#walkalone #saurabh_saral #aah_se_waah_tak #love #poetry