"सुन"
इस रिश्ते मे मुझे एक आजमाइश करनी है,
गले तुझसे लगके, तेरी ही शिकायत करनी है।।
कब तक शर्मायेगी, कब तक इठलायेगी,
कभी तो इक़रार करेगी,
आज मै कर रहा हूं,
कल तू भी मेरा इतंजार करेगी।।
इस रिश्ते के अब नये उसूल बनेंगे,
''अगर मुलाकात मे देरी हुई''
खामियाजा तेरे होठों से वसूल करेंगे।।
©DEVESH KUMAR
#Likho