खुद को सीमित मत करना,
सपनों की ऊंचाइयों में बसना।
अपने आप को खोजो, नई राहें बुनो,
जिंदगी के संगीत में नए सपने गाओ।
समय के साथ बदलो, नए रंग बिखेरो,
जीवन के प्रहरी बनकर नए सपने घेरो।
खुद को सीमित मत करना,
सपनों की ऊंचाइयों में बसना।
हर कदम पे आगे बढ़ो, हर सपने को चुनो,
अपने आत्मा के रूप में नयी छानो।
खुद को पहचानो, खुद से मिलो नयी,
अपने सपनों की परिभाषा लिखो खुद ही।
खुद को सीमित मत करना,
सपनों की ऊंचाइयों में बसना।
©Balwant Mehta