White बीत गई सो भूल जा, जो मिला उसी में खुश रह,
हर लम्हा है नया, हर घड़ी पे ऐतबार कर।
गुज़री बातों का बोझ दिल पर क्यों उठाए,
खुशियों की राह पर नया सफर सवार कर।
माना के राह में कांटे भी मिलेंगे जरूर,
लेकिन हौंसलों से फूलों की चाहत यार कर।
बीत गई सो भूल जा, जो भी होगा अच्छा होगा,
इस भरोसे से हर नए दिन का दीदार कर।
©Balwant Mehta
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