मैं अडिग हूँ जैसे, भगत सिंह, अशफाकुल्लाह रामप्रसा

"मैं अडिग हूँ जैसे, भगत सिंह, अशफाकुल्लाह रामप्रसाद बिस्मिल और बहुत से सच्चे भारत प्रेमी जिन की औलादें आज भी भारत इस धरती पर मौजूद हैं, आर एस एस-राष्ट्र सर्वनाशी संघ और भाजपा सरकारों जैसे ढोंगी देशभक्त, प्रधान सेवक और चौकीदार (2002) से लेकर उन को भी पीछे छोड़ने वाले ढोंगी बाबा नाथ उप्र के एवं भारतीय नागरिकों पर अंग्रेजों से भी खौफनाक ज़ुल्म करने वाले मनहूस राज सत्ता पर काबिज़ हो कर रात दिन उसका भी, देश देशवासियों और देश के देशद्रोहियों, झूठें आरोप और झूठें दुष्प्रचार व मुक़दमे बना कर अन्याय और क़त्ल करने के षड्यंत्र कुचक्र बन्द करदो और अपनी शपथ के शब्दों को याद कर के बेगुनाहों पर अत्याचारों से बाज़ आओ, महामारी के प्रकोप से तो भ्रष्ट और स्वार्थीयो बचो, अहंकार ख़त्म होने में कुछ क्षणों से भी कम समय लगता है, मत भूलें। ©Mohammed Shamoon"

 मैं अडिग हूँ जैसे,  भगत सिंह, अशफाकुल्लाह रामप्रसाद बिस्मिल और बहुत से सच्चे भारत प्रेमी जिन की औलादें आज भी भारत इस धरती पर मौजूद हैं,

आर एस एस-राष्ट्र सर्वनाशी संघ और भाजपा सरकारों जैसे ढोंगी देशभक्त, प्रधान सेवक और चौकीदार (2002) से लेकर उन को भी पीछे छोड़ने वाले ढोंगी बाबा नाथ उप्र के एवं भारतीय नागरिकों पर अंग्रेजों से भी खौफनाक ज़ुल्म करने वाले मनहूस राज सत्ता पर काबिज़ हो कर रात दिन उसका भी, देश देशवासियों और देश के देशद्रोहियों, झूठें आरोप और झूठें दुष्प्रचार व मुक़दमे बना कर अन्याय और क़त्ल करने के षड्यंत्र कुचक्र बन्द करदो और अपनी शपथ के शब्दों को याद कर के बेगुनाहों पर अत्याचारों से बाज़ आओ, महामारी के प्रकोप से तो भ्रष्ट और स्वार्थीयो बचो, अहंकार ख़त्म होने में कुछ क्षणों से भी कम समय लगता है, मत भूलें।

©Mohammed Shamoon

मैं अडिग हूँ जैसे, भगत सिंह, अशफाकुल्लाह रामप्रसाद बिस्मिल और बहुत से सच्चे भारत प्रेमी जिन की औलादें आज भी भारत इस धरती पर मौजूद हैं, आर एस एस-राष्ट्र सर्वनाशी संघ और भाजपा सरकारों जैसे ढोंगी देशभक्त, प्रधान सेवक और चौकीदार (2002) से लेकर उन को भी पीछे छोड़ने वाले ढोंगी बाबा नाथ उप्र के एवं भारतीय नागरिकों पर अंग्रेजों से भी खौफनाक ज़ुल्म करने वाले मनहूस राज सत्ता पर काबिज़ हो कर रात दिन उसका भी, देश देशवासियों और देश के देशद्रोहियों, झूठें आरोप और झूठें दुष्प्रचार व मुक़दमे बना कर अन्याय और क़त्ल करने के षड्यंत्र कुचक्र बन्द करदो और अपनी शपथ के शब्दों को याद कर के बेगुनाहों पर अत्याचारों से बाज़ आओ, महामारी के प्रकोप से तो भ्रष्ट और स्वार्थीयो बचो, अहंकार ख़त्म होने में कुछ क्षणों से भी कम समय लगता है, मत भूलें। ©Mohammed Shamoon

#shaheeddiwas

People who shared love close

More like this

Trending Topic