क्यूँ हम धर्म की बात करें!
क्यूँ हम धर्म की बात करें,
क्यूँ आपस मे बैर करें।
ना हिन्दू का,
ना मुस्लिम का,
ये वतन है हिंदुस्तानी का।
प्रतिनिधि यहाँ लोकतंत्र से है,
गणतंत्र ये हिंदुस्तानी का।
क्यूँ हम धर्म की बात करें,
क्यूँ आपस मे बैर करें।
गणतंत्र राष्ट्र के वासी हैं,
देशहित की बात हम करते हैं।
सत्ता लोभी लालच में हैं,
नाना वाक्य करते हैं।
ये देश हर हिंदुस्तानी का,
रहेगा हिंदुस्तानी का।
क्यूँ हम धर्म की बात करें,
क्यूँ आपस मे बैर करें।
रक्त दान हमे करना है,
रंग भेद नही करना है।
खून की कोई धर्म नही है,
खूनी का धर्म आतंकी है।
नही करेंगे पत्थरबाजी,
नही करेंगे दंगेबाजी।
ना कोई मस्जिद टूटेगा,
ना कोई मंदिर फूटेगा।
सत्ता लोभी की बातों में,
हमको अब नही आना है।
गणतंत्र शीर्ष पर है अपनी,
निकृष्ट विचार हटाना है।
क्यूँ हम धर्म की बात करें,
क्यूँ आपस मे बैर करें।
©Mahesh Kopa
#क्यूंहमधर्मकीबातकरें