Indian Election 2019
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जंगल जंगल ढूंढ रहा है मृग अपनी कस्तूरी को, कितना मुश्किल है तय करना खुद से खुद की दूरी को। ©Navash2411

#शायरी #नवश  जंगल जंगल ढूंढ रहा है मृग अपनी कस्तूरी को,
कितना मुश्किल है तय करना खुद से खुद की दूरी को।

©Navash2411

#नवश

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बेरोजगारी पाव पसारे बैठी है,ख़ुद का खर्चा उठा ना पाए! देश का युवा क्या करे,कैसे रस्म-ए-दुनिया निभाए! हाथ में ना रोजगार कोई,घरवाले ब्याह-ब्याह चिल्लाये! ख़ुद का भाड़ा दिया ना जाता,लुगाई के नखरे कैसे उठाये! रोजगार लिए दिन-रात पढे़,पेपर क्षण में लीक हो जाए! पूरी साल की मेहनत पर,क्षण भर में पानी फिर जाए! बेरोजगारी सांप बनकर देश के युवा डसती जाए!! ©Rimpi chaube

#बेरोजगारी  बेरोजगारी पाव पसारे बैठी है,ख़ुद का खर्चा उठा ना पाए! 
देश का युवा क्या करे,कैसे रस्म-ए-दुनिया निभाए! 
हाथ में ना रोजगार कोई,घरवाले ब्याह-ब्याह चिल्लाये! 
ख़ुद का भाड़ा दिया ना जाता,लुगाई के नखरे कैसे उठाये! 
रोजगार लिए दिन-रात पढे़,पेपर क्षण में लीक हो जाए! 
पूरी साल की मेहनत पर,क्षण भर में पानी फिर जाए! 
बेरोजगारी सांप बनकर देश के युवा डसती जाए!!

©Rimpi chaube

#बेरोजगारी बेरोजगारी पाव पसारे बैठी है,ख़ुद का खर्चा उठा ना पाए! देश का युवा क्या करे,कैसे रस्म-ए-दुनिया निभाए! हाथ में ना रोजगार कोई,घरवाले ब्याह-ब्याह चिल्लाये! ख़ुद का भाड़ा दिया ना जाता,लुगाई के नखरे कैसे उठाये! रोजगार लिए दिन-रात पढे़,पेपर क्षण में लीक हो जाए! पूरी साल की मेहनत पर,क्षण भर में पानी फिर जाए! बेरोजगारी सांप बनकर देश के युवा डसती जाए!!

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#क्यूंहमधर्मकीबातकरें #कविता  क्यूँ हम धर्म की बात करें!

क्यूँ हम धर्म की बात करें,
क्यूँ आपस मे बैर करें।
ना हिन्दू का,
ना मुस्लिम का,
ये वतन है हिंदुस्तानी का।
प्रतिनिधि यहाँ लोकतंत्र से है,
गणतंत्र ये हिंदुस्तानी का।
क्यूँ हम धर्म की बात करें,
क्यूँ आपस मे बैर करें।
गणतंत्र राष्ट्र के वासी हैं,
देशहित की बात हम करते हैं।
सत्ता लोभी लालच में हैं,
नाना वाक्य करते हैं।
ये देश हर हिंदुस्तानी का,
रहेगा हिंदुस्तानी का।
क्यूँ हम धर्म की बात करें,
क्यूँ आपस मे बैर करें।
रक्त दान हमे करना है,
रंग भेद नही करना है।
खून की कोई धर्म नही है,
खूनी का धर्म आतंकी है।
नही करेंगे पत्थरबाजी,
नही करेंगे दंगेबाजी।
ना कोई मस्जिद टूटेगा,
ना कोई मंदिर फूटेगा।
सत्ता लोभी की बातों में,
हमको अब नही आना है।
गणतंत्र शीर्ष पर है अपनी,
निकृष्ट विचार हटाना है।
क्यूँ हम धर्म की बात करें,
क्यूँ आपस मे बैर करें।

©Mahesh Kopa

जागो हे भारत मां के वीरों अब वो समय नहीं रहा अब तो अपने ही दुश्मन है गौरों का जमाना गया अब आए हैं टोपी वाले दिल है जिनके काले काले जेब भरने से इनको काम राजनीति होती बदनाम असली दुश्मन तो ये है खुन गरीबों का पीते हैं तब जाकर ये जीते हैं किसी का बेटा मरे या बेटी इनको तो भरनी है पेटी चाहे कितने मरे जवान किसान इन तक ना पहुंचे फरमान मगरमच्छ के आंसू रोते , जब कहीं चुनाव है होते फिर भी मेरा देश महान 🚩🇮🇳जय जवान जय किसान🇮🇳🚩 ©Prithvi Club

#नेताजी #कविता  जागो हे भारत मां के वीरों अब वो समय नहीं रहा अब तो अपने ही दुश्मन है गौरों का जमाना गया अब आए हैं टोपी वाले दिल है जिनके काले काले जेब भरने से इनको काम राजनीति होती बदनाम असली दुश्मन तो ये है खुन गरीबों का पीते हैं तब जाकर ये जीते हैं किसी का बेटा मरे या बेटी इनको तो भरनी  है पेटी चाहे कितने मरे जवान किसान इन तक ना पहुंचे फरमान मगरमच्छ के आंसू रोते , जब कहीं चुनाव है होते
फिर भी मेरा देश महान
🚩🇮🇳जय जवान जय किसान🇮🇳🚩

©Prithvi Club

अब तो हमारे भारत में अग्निपथ योजना का मान होना चाहिए। उससे पहले नेताओं की कुर्सी, छै माह या एक साल होना चाहिए। तब तो तेरी राष्ट्रभक्ति देश में, राष्ट्रवादी जैसे झलकेगी मोदी जी। जनता की अपील नेताओं के पेंशन भत्ते पर भी सवाल होना चाहिए। अग्निवीर तो हैं ही सैनिक, नेताओं अच्छी परख ध्यान होना चाहिए। जो राष्ट्रीयता न समझे ऐसे नेताओं की कुर्सी अब बहाल होना चाहिए। अब तो सारे नेताओं के सुरक्षाकर्मियों को हटाने की बात होना चाहिए। संसद में बैठने वाले हर एक मंत्री के बेटे सरहद पर तैनात होना चाहिए। कवि नोकेश मधुकर 'आजाद' ©Nokesh Madhukar Aajad

#विचार  अब तो हमारे भारत  में अग्निपथ योजना का मान होना चाहिए।
उससे पहले नेताओं की कुर्सी, छै माह या एक साल होना चाहिए।
तब तो तेरी राष्ट्रभक्ति देश में, राष्ट्रवादी जैसे झलकेगी मोदी जी। 
 जनता की अपील नेताओं के पेंशन भत्ते पर भी सवाल होना चाहिए। 

अग्निवीर तो हैं ही सैनिक, नेताओं अच्छी परख  ध्यान होना चाहिए। 
जो राष्ट्रीयता न समझे ऐसे नेताओं की कुर्सी अब बहाल होना चाहिए। 
अब तो सारे नेताओं के सुरक्षाकर्मियों को हटाने की बात होना चाहिए। 
 संसद में बैठने वाले हर एक मंत्री के बेटे सरहद पर तैनात होना चाहिए। 


कवि नोकेश मधुकर 'आजाद'

©Nokesh Madhukar Aajad

एक साथ मिलकर बोलो मेरा भारत महान। जनता, सैनिक कोई नहीं नेता है जिसकी पहचान। अग्निपथ योजना के खिलाफ आवाज

12 Love

कभी मज़हब,कभी जाति,कभी रंगभेद करते हैं, अमन से रहने वालों में पैदा मतभेद करते हैं, कुर्सी वाले क्या जाने किसी की भूख-प्यास को? ये जिस थाली में खाते हैं उसी में छेद करते हैं। कृष्णगोपाल सोलंकी🙏🏼 ©Krishan Gopal Solanki

#ELECTION_RESULTS_2019 #शायरी  कभी मज़हब,कभी जाति,कभी रंगभेद करते हैं,
अमन से रहने वालों में पैदा मतभेद करते हैं,
कुर्सी वाले क्या जाने किसी की भूख-प्यास को?
ये जिस थाली में खाते हैं उसी में छेद करते हैं।

 कृष्णगोपाल सोलंकी🙏🏼

©Krishan Gopal Solanki
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