यहाँ सब कुछ बिकता है, दोस्तों रहना जरा संभल के!
बेचने वाले हवा भी बेच देते है, गुब्बारों में डाल के।
सच बिकता है, झूट बिकता है, बिकती है हर कहानी!
तीन लोक में फैला है, फिर भी बिकता है बोतल में पानी !
कभी फूलों की तरह मत जीना,
जिस दिन खिलोगे... टूट कर बिखर जाओगे।
हम खिलें थे फूल की तरह किसी के लिए,
लेकिन आंधी ऐसी चली कि एक बार में ही बिखर गए,
जीना है तो पत्थर की तरह जियो;
जिस दिन तराशे गए उसदिन "खुदा" बन जाओगे।।
©Ak.writer_2.0
यहाँ सब कुछ बिकता है, दोस्तों रहना जरा संभल के! बेचने वाले हवा भी बेच देते है, गुब्बारों में डाल के। #sad #sad_feeling #brockenheart #hunarbaaz #hindi_poetry @Andy Mann @Sethi Ji @Anshu writer