"I switched on the phone काश मरने से पहले कुछ ऐसा लिखता
कि लोग रोते बिलखते मेरे आंसुओं को पूछने के लिए
पर क्या करूं दिल को वह भी गवारा नहीं
राष्ट्रीय धरोहर समाचार
शशांक अग्रवाल"
I switched on the phone काश मरने से पहले कुछ ऐसा लिखता
कि लोग रोते बिलखते मेरे आंसुओं को पूछने के लिए
पर क्या करूं दिल को वह भी गवारा नहीं
राष्ट्रीय धरोहर समाचार
शशांक अग्रवाल