बेरोजगारी पाव पसारे बैठी है,ख़ुद का खर्चा उठा ना पाए!
देश का युवा क्या करे,कैसे रस्म-ए-दुनिया निभाए!
हाथ में ना रोजगार कोई,घरवाले ब्याह-ब्याह चिल्लाये!
ख़ुद का भाड़ा दिया ना जाता,लुगाई के नखरे कैसे उठाये!
रोजगार लिए दिन-रात पढे़,पेपर क्षण में लीक हो जाए!
पूरी साल की मेहनत पर,क्षण भर में पानी फिर जाए!
बेरोजगारी सांप बनकर देश के युवा डसती जाए!!
©Rimpi chaube
#बेरोजगारी
बेरोजगारी पाव पसारे बैठी है,ख़ुद का खर्चा उठा ना पाए!
देश का युवा क्या करे,कैसे रस्म-ए-दुनिया निभाए!
हाथ में ना रोजगार कोई,घरवाले ब्याह-ब्याह चिल्लाये!
ख़ुद का भाड़ा दिया ना जाता,लुगाई के नखरे कैसे उठाये!
रोजगार लिए दिन-रात पढे़,पेपर क्षण में लीक हो जाए!
पूरी साल की मेहनत पर,क्षण भर में पानी फिर जाए!
बेरोजगारी सांप बनकर देश के युवा डसती जाए!!