"बुलंदियो पे यक़ीनन यक़ीन रखता हूं
मगर मैं पाँव के नीचे जमीन रखता हूं
तुम्हारी तरह नही सिर्फ शक्लो सूरत ही
मैं अपने सीने मे दिल भी हसीन रखता हूं
तलास कीजिये हाथो मे आप तकदीरें
मैं सिर्फ खुदा पर यक़ीन रखता हूं
उस्ताद नदीम शाद"
बुलंदियो पे यक़ीनन यक़ीन रखता हूं
मगर मैं पाँव के नीचे जमीन रखता हूं
तुम्हारी तरह नही सिर्फ शक्लो सूरत ही
मैं अपने सीने मे दिल भी हसीन रखता हूं
तलास कीजिये हाथो मे आप तकदीरें
मैं सिर्फ खुदा पर यक़ीन रखता हूं
उस्ताद नदीम शाद