InternationalDayOfPeace अमीरों का शहर हैं, इंसानों
"InternationalDayOfPeace अमीरों का शहर हैं, इंसानों का पता नही मिलता।
यहाँ बस ख़ुदा बस्ते हैं, कोई बंदा नही मिलता।
नमाज़ - रोज़ा सब कुछ हैं फिर सुकू क्यूँ नही मिलता।
सर सज़दे में दिल दुकान पर मियाँ ऐसे ख़ुदा नही मिलता"
InternationalDayOfPeace अमीरों का शहर हैं, इंसानों का पता नही मिलता।
यहाँ बस ख़ुदा बस्ते हैं, कोई बंदा नही मिलता।
नमाज़ - रोज़ा सब कुछ हैं फिर सुकू क्यूँ नही मिलता।
सर सज़दे में दिल दुकान पर मियाँ ऐसे ख़ुदा नही मिलता