chai quotes in hindi सुन्हरी प्याली में
परोसी चाय
भारी लगती है
या कहूँ कि
असहज कर देती है
जैसे थमा दिया हो
किसी राजकुअंरी ने
गुलाब
मज़दूर को कभी
काँच के ग्लास में चाय
और तुम्हारे अहसास के साथ
मैं वैसा ही सहज हूँ
जैसे अपने दफ्तर की कलम के साथ..
©पूर्वार्थ
#चाय