bench "वनवास" जिससे भगवान भी वंचित नहीं रह सके !
मुझे अक्सर ये लगा है,
कि हम सबको अपने - अपने हिस्से के वनवास काटने ही हैं,
और हम सबके वनवास अपने - अपने तरीके से परिभाषित हैं
क्योंकि वनवास काटने के लिए हमेशा वन जाना जरूरी है नहीं !!
हम वनवास काटते जा रहे हैं,
किसी ने बचपन में काट लिया, किसी ने स्कूल - काॅलेज में काटा !
किसी का वनवास नौकरी की तैयारी में कटा,
किसी ने नौकरी के बाद वनवास काटा !!
किसी ने शादी से पहले काट लिया,
तो किसी ने शादी के बाद वनवास काटा !!
©Amit Maurya
#Bench