कविता : आत्मविश्वास
आत्मविश्वास चिंतन है मनन है।
बुरे विचारों का दामन है ।।
आत्मविश्वास अगली पीढ़ी की ।
सफलता की सीढ़ी है ।।
आत्मविश्वास जोश है ।
कुछ कर गुजरने का रोष है ।।
आत्मविश्वास स्वयं का यंत्र है ।
यह सफलता का मूल मंत्र है ।।
आत्मविश्वास से जीवन में रस है ।
बिना आत्मविश्वास जीवन नीरस है।।
आत्मविश्वास जीवन की पूंजी है ।
यह सफलता की कुंजी है ।।
आत्मविश्वास पराधीनता का नाशक है ।
यह स्वाधीनता का शासक है ।।
आत्मविश्वास कार्य सिद्धि का संचालक है ।
यह सफलता का परिचायक है।।
©Hari Verma