White वो ख्वाबों ख्यालों में आने लगे हैं
मुझे नीद में भी जगाने लगे हैं
जुदा में करु कैसे इस दिल से उनको
मेरे रूह में वो समाने लगे हैं
जो रहते थे मेरी आखों में काजल की तरह
वही मुझसे नजरे चुराने लगे हैं
मुझे अब तरस नही मैखानों की
निगाहों से जब वो पिलाने लगे हैं....
©Sam
#Nigahoon poetry in hindi