किसी के इंतेजार में हम किसी के ना हुए, ना मंजिल मिली, न सफर के हुए। ना, जुगनू मिले न दिए जले, रोशनी की तरफ भागते हुए अंधेरों के भी न रहे। वापसी की कोशिश की हमने कई दफा, ना आगाज हुआ न अंत के रहे। ©Sachin Pathak #PhisaltaSamay Quotes, Shayari, Story, Poem, Jokes, Memes On Nojoto