तेरी यादों के सहारे में कमबख्त जिंदगी तो बस जी रहा | हिंदी शायरी
"तेरी यादों के सहारे में कमबख्त जिंदगी तो बस जी रहा हूं,
*जिंदगी जी नहीं रहा*,,
सोचता हूं मौत से ले-लूं सहाड़ा अपनी जिंदगी जीने के लिए,
कमबख्त मौत भी पास आने से इंकार कर रहा,,!
❤️"
तेरी यादों के सहारे में कमबख्त जिंदगी तो बस जी रहा हूं,
*जिंदगी जी नहीं रहा*,,
सोचता हूं मौत से ले-लूं सहाड़ा अपनी जिंदगी जीने के लिए,
कमबख्त मौत भी पास आने से इंकार कर रहा,,!
❤️