मेरी खामोश आंखों को !! ना जाने किसकी तालास है !! द | हिंदी विचार
"मेरी खामोश आंखों को !!
ना जाने किसकी तालास है !!
दिल की गहराइयो मे ...!!
उठी अनजानी सी प्यास है !!
दिल के तहखानो से.....!!
आती एक आवाज है !!
जीसे ढूँढते रहे जन्मो जन्म !!
उस खुदा की तालास है !!"
मेरी खामोश आंखों को !!
ना जाने किसकी तालास है !!
दिल की गहराइयो मे ...!!
उठी अनजानी सी प्यास है !!
दिल के तहखानो से.....!!
आती एक आवाज है !!
जीसे ढूँढते रहे जन्मो जन्म !!
उस खुदा की तालास है !!