Dream तू खूब जीये,जी भर भर कर जीयें
ना औकात की बात हो,ना स्वाभिमान का डर हो
मेरा आशिर्वाद हैं,तू निडर होकर जीये
मन से जीये,आजादी से जीये
भग्वा जैसा तेज ना भी हों
नीला तेरा आकाश ना भी सही
शौर्य दिवस तेरे जीवन में ना भी हो
तू खूब जीये,खुल कर जीये
बस खिलोना बन कर ना रहें
किसी का कर्ज दार ना रहें
मां के कर्ज से भी मुक्त रहें
तू खूब जीये,जी भर भर कर जीये