कितना फर्क़ है हर आदमी के मसलों में दौस्तों, कोई परेशां है मुद्तों से _ किसी को मिटाने के लिए, कोई मांग रहा दुआ फख्त _ सलामती की अपनी! [अरुण प्रधान] ©Arun pradhan #lightning Quotes, Shayari, Story, Poem, Jokes, Memes On Nojoto