ना कोई ख्वाहिश है न कोई उम्मीद बाकी है, ना कोई हबी | हिंदी Shayari Vid

"ना कोई ख्वाहिश है न कोई उम्मीद बाकी है, ना कोई हबीब है न कोई साकी है चल रकीब के ही हो जाते हैं हार कर सब कुछ लोग कहते हैं , कोई हमसफर तो चाहिए ही,काटने के लिए जो सफर बाकी है ©Gyanu ojha "

ना कोई ख्वाहिश है न कोई उम्मीद बाकी है, ना कोई हबीब है न कोई साकी है चल रकीब के ही हो जाते हैं हार कर सब कुछ लोग कहते हैं , कोई हमसफर तो चाहिए ही,काटने के लिए जो सफर बाकी है ©Gyanu ojha

#कहानी #इश्क #जिंदगी

People who shared love close

More like this

Trending Topic