दौड़ती भागती इस जिंदगी में
कुछ पल सुकूँ के साथ हूँ मैं
मेहफिल में नहीं
ख़ुद अपने साथ हूँ मैं
पर अकेली नहीं
अपनी डायरी और कलम के साथ हूँ मैं
अकेलापन नहीं यहाँ
प्रकृति के पास हूँ मैं
उसके केनवास् मे उतरी चित्रों की कहानी देख हैरान हूँ मैं
रंग बिरंगी इस दुनियाँ से कितनी अंजान हूँ मैं
देखे ही नहीं चैन से कभी ये खूबसूरत पल
आज उतरकर अपनी जिंदगी की नाव से
इस नयी कस्ती पर सवार हूँ मैं
आज बस अपने साथ हूँ मैं
दौड़ती भागती इस जिंदगी में
कुछ पल सुकूँ के साथ हूँ मैं।।
अमृता साहू ✍️...
©Amrita sahu
#naturelover
#self_love