ज़रा सी भी आये ,अग़र याद उस की। शहर छोड़कर , पहली गाड़ी पकड़ना। कभी हाथ उसका , कि - यूँ भी बटाना। पटलियाँ बनाना , ओ साड़ी पकड़ना। ©Vikas Sharma " विचित्र " #विचित्र_शायरी #विचित्र_शेर #विचित्र_ग्वालियर #vichar #Poetry #Love #poem #thought #droplets Quotes, Shayari, Story, Poem, Jokes, Memes On Nojoto