White गरचे इसने ज़ख्म दिया है.. गहरा तुम से
दूसरा शिक़वा दुनिया से है...पहला तुम से
ख़ुद को।इतना गुमसुम पा कर..सोच रहा हूँ
किस पल मैंने इश्क़ किया था.. इतना तुम से
और नहीं कुछ बदला..बस अपने किस्से में
तुम दुनिया से बदल गई हो...दुनिया तुम से
किस की मुहब्बत पाक है..इस पर लड़ते थे हम
लगता है मैं जीत गया वो..झगड़ा तुम से
वस्ल तलक थी एक चेहरा तुम..हिज़्र की रुत में
हर चेहरे ने बदल लिया है.. चेहरा तुम से
गरचे = हालांकि वस्ल = मिलन
©Kumar Dinesh
#Sad_Status