Shree Ram अयोध्या हर्षित हो, पुलकित हो,उत्सव मनायें, रामलला आये मेरे रामलला आये ।
पुष्प बिछाए कोई नैना बिछाए,
सरयू के तट देखो कैसे मुस्काये,
रामलला आये मेरे रामलला आये....
गलियां सजी ऐसे,जैसे कोई दुल्हन सजायें,
सदियों के दीप बुझे आज जगमगायें,
रामलला आये मेरे रामलला आयें ....
©Prachi Singh
#shreeram