मिलने से महीने, मैसेज से दिन प्यारे हो जाते हैं।
ऐसे प्यारे लोग भला क्यों सब न्यारे हो जाते हैं।
आवाज़ भी उसकी मीठी, प्यारी जैसे खुशबूदार बनाई है।
सुन लो तो लगता है केसर क्यारी,उसकी पहरेदार बनाईं है।
दुनिया की बातों का सब कूड़ा कचरा धुल जाता है।
जब उसकी मीठी बातों का रस कानों में घुल जाता है।
- दीपक शर्मा
©deepak sharma
#thepredator