मै उस सूखे रेगिस्तान की तरह
बारिश के लिए तरस गया हूँ
जो आता नहीं ज़िन्दगी मेरे उस सुकून की तलाश मै भटक गया हूँ
यूँ तो ख्वाहिशे दिल का दरवाजा खोल आज भी आवाज़ देती है
और एक
मेरे हालात ऐ ज़िन्दगी है की
मै उन्हें सुधारने के लिए अपनी ख्वाहिशों को कहीं दूर भूल आया हूँ
मेरे अल्फाज़ मेरी कहानी💔
कुछ अल्फाज़ मेरे लिए भी दे दो? 🙏🙏