White कभी बैठो पार्क की बेंच में किसी लड़के के साथ मित्रता,प्रेम,भ्रातृत्व आदि भावनाओं को भी परे रखकर।
बताएगा वह तुम्हें घर में अपनी माँ से कहकर आई हुई बात,
दिखायेगा वह तुम्हें चिंता की गलियारों की नई दुनिया जहाँ हृदय के अंतस्तल में भी है घना अंधेरा,
बोलते बोलते वह रुकेगा भी नहीं यदि रुक भी जाये तो तुम रुकने मत देना
मुख पर बार-बार आएगा उसके वही सामान्य-सा शब्द 'नौकरी'
जिसे सुना होगा तुमने अक्सर......
©शिवानी त्रिपाठी
#Sad_Status