शिवानी त्रिपाठी

शिवानी त्रिपाठी

ईश्वर की प्रदत्त रचना में एकल मैं भी हूँ। #प्रयागवाली...🌼

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White कुछ लड़कियों के सपने में राजकुमार नहीं आते,उन्हें मात्र एक धुंधली-सी छाया को स्पष्ट रूप में देखने की चाह होती है जो एकदम 'साधारण' हो, बिल्कुल उन्हीं के जैसी...... ©शिवानी त्रिपाठी

#goodnightimages #विचार  White कुछ लड़कियों के सपने में राजकुमार नहीं आते,उन्हें मात्र एक धुंधली-सी छाया को 
स्पष्ट रूप में देखने की चाह होती है
जो एकदम 'साधारण' हो,
बिल्कुल उन्हीं के जैसी......

©शिवानी त्रिपाठी

White कुछ प्रश्नों के उत्तर केवल आँसू होते हैं वो आँसू जिन्हें कभी प्रमाण नहीं देना पड़ता शब्दों से। वो आँसू जो स्वयं को समक्ष जताना नहीं चाहते,वो आँसू जो स्वयं को कहना नहीं जानते। ©शिवानी त्रिपाठी

#moon_day #लव  White कुछ प्रश्नों के उत्तर केवल आँसू होते हैं
वो आँसू जिन्हें कभी प्रमाण नहीं देना पड़ता शब्दों से।
वो आँसू जो स्वयं को समक्ष जताना नहीं 
चाहते,वो आँसू जो स्वयं को
कहना नहीं जानते।

©शिवानी त्रिपाठी

#moon_day

11 Love

White कुछ बातें अधूरी रह जाती हैं,कुछ सपने अधूरे रह जाते हैं,फिर क्या तुमने आसमान में आधा चाँद नहीं देखा? ©शिवानी त्रिपाठी

#कविता #Sad_Status  White कुछ बातें अधूरी रह जाती हैं,कुछ सपने अधूरे रह जाते हैं,फिर क्या तुमने आसमान में आधा चाँद नहीं देखा?

©शिवानी त्रिपाठी

#Sad_Status

13 Love

White कुछ अनुत्तरित प्रश्न जिनके लिये उत्तर न मिले कभी, कुछ भाव जिनके लिये शब्द न बने कभी, वो सभी ईश्वर को समर्पित कर दिये गये। वैसे ही जैसे हवनकुण्ड में सबकुछ स्वाहा हो जाता है, वैसे ही जैसे देवताओं को समर्पित पुष्प मंदिर प्रांगण से बाहर कर दिये जाते हैं, वैसे ही जैसे गंगा की धार में दीपक प्रवाहित कर दिये जाते हैं, वैसे ही जैसे पुष्पी पौधे पुष्पों को झड़ जाने देते हैं, वैसे ही जैसे अस्फुट शब्द वातावरण में कहीं खो जाते हैं, वैसे ही जैसे...... ©शिवानी त्रिपाठी

#GoodMorning #लव  White कुछ अनुत्तरित प्रश्न जिनके लिये उत्तर न मिले कभी,
कुछ भाव जिनके लिये शब्द न बने कभी,
वो सभी ईश्वर को समर्पित कर दिये गये।
वैसे ही जैसे हवनकुण्ड में सबकुछ स्वाहा हो जाता है,
वैसे ही जैसे देवताओं को समर्पित पुष्प मंदिर प्रांगण से बाहर कर दिये जाते हैं,
वैसे ही जैसे गंगा की धार में दीपक
प्रवाहित कर दिये जाते हैं,
वैसे ही जैसे पुष्पी पौधे पुष्पों को 
झड़ जाने देते हैं,
वैसे ही जैसे अस्फुट शब्द वातावरण में कहीं खो जाते हैं,
वैसे ही जैसे......

©शिवानी त्रिपाठी

#GoodMorning

13 Love

White सब ठीक होने पर भी कभी-कभी ठीक नहीं मालूम होता, खिलखिलाकर हँसने के बाद भी कभी-कभी एक खामोशी-सी छा जाती है, कितना कुछ बोलने के बाद भी लगता है कभी-कभी जैसे जरूरी बातें चोरी-सी छिपा ली गई हैं जिन्हें बोलना सख्त जरूरी है...... ©शिवानी त्रिपाठी

#love_shayari #लव  White  सब ठीक होने पर भी कभी-कभी ठीक नहीं मालूम होता,
खिलखिलाकर हँसने के बाद भी कभी-कभी एक खामोशी-सी छा जाती है,
कितना कुछ बोलने के बाद भी लगता
है कभी-कभी जैसे जरूरी बातें
चोरी-सी छिपा ली गई हैं
जिन्हें बोलना सख्त जरूरी है......

©शिवानी त्रिपाठी

White कभी बैठो पार्क की बेंच में किसी लड़के के साथ मित्रता,प्रेम,भ्रातृत्व आदि भावनाओं को भी परे रखकर। बताएगा वह तुम्हें घर में अपनी माँ से कहकर आई हुई बात, दिखायेगा वह तुम्हें चिंता की गलियारों की नई दुनिया जहाँ हृदय के अंतस्तल में भी है घना अंधेरा, बोलते बोलते वह रुकेगा भी नहीं यदि रुक भी जाये तो तुम रुकने मत देना मुख पर बार-बार आएगा उसके वही सामान्य-सा शब्द 'नौकरी' जिसे सुना होगा तुमने अक्सर...... ©शिवानी त्रिपाठी

#मोटिवेशनल #Sad_Status  White कभी बैठो पार्क की बेंच में किसी लड़के के साथ मित्रता,प्रेम,भ्रातृत्व आदि भावनाओं को भी परे रखकर।
बताएगा वह तुम्हें घर में अपनी माँ से कहकर आई हुई बात,
दिखायेगा वह तुम्हें चिंता की गलियारों की नई दुनिया जहाँ हृदय के अंतस्तल में भी है घना अंधेरा,
बोलते बोलते वह रुकेगा भी नहीं यदि रुक भी जाये तो तुम रुकने मत देना
मुख पर बार-बार आएगा उसके वही सामान्य-सा शब्द 'नौकरी'
जिसे सुना होगा तुमने  अक्सर......

©शिवानी त्रिपाठी

#Sad_Status

16 Love

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