जिंदगी ने क्या दिया मुझे सिर्फ इस
तन्हाई के अकेला सफर बना सुन
सान राहों पर पता नहीं क्यू दूर है
सारे किनारे जो अपनों से जोड़ते थे।
अब तो वो भी नहीं हर जो
मेरा दिल तोड़ते थे शक्ल सूरत
से प्यार है लोगो को जिंदगी ने ये
सिखा दिया कि ये कलयुग है
यहां हुनर नहीं चेहरा देखा जाता है।
©Silent writer
#sadak हिंदी कविता