"White कर दिया आजाद उस पंछी को हमने,
जो कभी हमारी कैद में हुआ ही नहीं था....//
शायद मजबूर है, सौंपने लिए अपने बदन को, अपने हमसफ़र को,
जिस बदन को हमने,
बिना उसकी इजाज़त के छुआ भी नहीं था...//
कर दिया आजाद उस पंछी को हमने,
जो कभी हमारी कैद में हुआ ही नहीं था....//
©Molu Writer"