हज़ार ख्वाहिशों का बोझ लिए चलते हैं, दिल में गम ह | हिंदी शायरी
"हज़ार ख्वाहिशों का
बोझ लिए चलते हैं,
दिल में गम है मगर
खुशियों की खोज लिए चलते हैं।
पता है कि लोग मज़े लेते हैं
हमारी मजबूरियों का
इसलिए अपने चेहरे पर
मुस्कुराहटों की मौज लिए चलते हैं।।"
हज़ार ख्वाहिशों का
बोझ लिए चलते हैं,
दिल में गम है मगर
खुशियों की खोज लिए चलते हैं।
पता है कि लोग मज़े लेते हैं
हमारी मजबूरियों का
इसलिए अपने चेहरे पर
मुस्कुराहटों की मौज लिए चलते हैं।।