आँखों से ओझल हो गया, टूटा हुआ कोई तारा था बहुत खास
"आँखों से ओझल हो गया, टूटा हुआ कोई तारा था बहुत खास था वो बहुत प्यारा था,
आसमान मे सबसे अलग थी उसकी झलक
दीपक के समान मिटा रहा था वो अन्धीयारा था,
वो टूटा हुआ कोई तारा था s🌟"
आँखों से ओझल हो गया, टूटा हुआ कोई तारा था बहुत खास था वो बहुत प्यारा था,
आसमान मे सबसे अलग थी उसकी झलक
दीपक के समान मिटा रहा था वो अन्धीयारा था,
वो टूटा हुआ कोई तारा था s🌟