"गलतफहमी की आंधी,
ना जाने कितने मजबूत
रिश्तो के घोसले गिरा देती है।
केवल एक अनसुनी गलती,
संस्कार के डोर धरा देती हैं ।
उलझ जाते है पल मे
सुलझे हुए रिश्ते,
जब जीते हुए दिल कोे
साजिशे हरा देती हैं ।
Neha.."
गलतफहमी की आंधी,
ना जाने कितने मजबूत
रिश्तो के घोसले गिरा देती है।
केवल एक अनसुनी गलती,
संस्कार के डोर धरा देती हैं ।
उलझ जाते है पल मे
सुलझे हुए रिश्ते,
जब जीते हुए दिल कोे
साजिशे हरा देती हैं ।
Neha..