प्यार में लड़ाइयों की झड़
1.पहले तो एक दूसरे को वक्त ही ना दे पाना
2.उपर से नौकरी दोनो ही करेंगे
3. उपर से देर से घर जरूर आयेंगे
4.उपर से नौकरी के तनाव से भरे
5.उपर से प्यार को घर में खोजने की जगह पे अपने कलिग या आसपास के लोगो में ढूंढना
और
→ सामने वाला भी इसलिए नजदीक आ रहा है की “ एक बार रात को सोने को बोल दे बस उसके बाद तो रोज मेरे पास अपने आप आएंगी ”
और
→ लड़के भी कहा कम होते है थोड़ा क्या ना समाज पाए उनकी फिलिंग को वो तो मान मर्यादा और हदों की चटनी बनाकर पत्नी है ही नही ऐसी जिंदगी जीने लगते है
#प्यार निभाना मजाक नहीं है,वैसे भी तलाक़ बढ़ते जा रहे है
©VAGHELA YOGESH
प्यार में लड़ाइयों की झड़
1.पहले तो एक दूसरे को वक्त ही ना दे पाना
2.उपर से नौकरी दोनो ही करेंगे
3. उपर से देर से घर जरूर आयेंगे
4.उपर से नौकरी के तनाव से भरे
5.उपर से प्यार को घर में खोजने की जगह पे अपने कलिग या आसपास के लोगो में ढूंढना
और
→ सामने वाला भी इसलिए नजदीक आ रहा है की “ एक बार रात को सोने को बोल दे बस उसके बाद तो रोज मेरे पास अपने आप आएंगी ”