शाखों पर सजता नये पत्तों का श्रृंगार, मीठे पकवानों | हिंदी शायरी
"शाखों पर सजता नये पत्तों का श्रृंगार,
मीठे पकवानों की होती चारो तरफ बहार।
मीठी बोली से करते, सब एक दूजे का दीदार
खुशियों के साथ चलो मनाये नव वर्ष इस बार।"
शाखों पर सजता नये पत्तों का श्रृंगार,
मीठे पकवानों की होती चारो तरफ बहार।
मीठी बोली से करते, सब एक दूजे का दीदार
खुशियों के साथ चलो मनाये नव वर्ष इस बार।