शाखों पर सजता नये पत्तों का श्रृंगार,
मीठे पकवानों की होती चारो तरफ बहार।
मीठी बोली से करते, सब एक दूजे का दीदार
खुशियों के साथ चलो मनाये नव वर्ष इस बार।
Happy New Year गुलों की शाख से खुशबू चुरा के लाया हैं,
गगन के पाँव से घुंघरू चुरा के लाया हैं।
थिरकते कदमो से आया हैं आज नया साल
जो की तुम्हारे वास्ते खुशियाँ चुरा के लाया हैं।
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