माँ केवल बोलकर रिश्तों को निभा नही सकते टूटे पत्तो
"माँ केवल बोलकर रिश्तों को निभा नही सकते
टूटे पत्तो को पेड़ पर सजा नही सकते
हर इंसान में एक सम्बन्ध सीमित होता है
हम हर किसी को तो 'माँ' बना नही सकते
~ सत्यम बरनवाल
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माँ केवल बोलकर रिश्तों को निभा नही सकते
टूटे पत्तो को पेड़ पर सजा नही सकते
हर इंसान में एक सम्बन्ध सीमित होता है
हम हर किसी को तो 'माँ' बना नही सकते
~ सत्यम बरनवाल