जो खुद सरेआम है उस सरेआम क्या करोगे ,जो खुद भुला द
"जो खुद सरेआम है उस सरेआम क्या करोगे ,जो खुद भुला देता है सबकुछ उसकी पहचान क्या करोगे,जुबा पर तुम नहीं रहते इल्ज़ाम उसे क्यों ,अरे इश्क़ तो कुछ बदनाम है उसे बदनाम क्या करोगे"
जो खुद सरेआम है उस सरेआम क्या करोगे ,जो खुद भुला देता है सबकुछ उसकी पहचान क्या करोगे,जुबा पर तुम नहीं रहते इल्ज़ाम उसे क्यों ,अरे इश्क़ तो कुछ बदनाम है उसे बदनाम क्या करोगे